क्या शादी में लड़ाई-झगड़ा बढ़ जाए तो पहले बात-चीत और काउंसिलिंग करनी चाहिए या सीधे कोर्ट जाना ठीक है?

मेरा नाम रीना है। मेरी शादी को पाँच साल हो चुके हैं। शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन अब घर में हर दूसरे दिन झगड़ा होने लगा है। मेरे पति बात-बात पर गुस्सा करते हैं, मेरी बात सुनते नहीं, और मुझे मानसिक रूप से बहुत परेशान करते हैं।

मैंने कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन हालात बेहतर नहीं हो रहे। अब मैं बहुत उलझन में हूँ।

मैं जानना चाहती हूँ:
क्या मुझे पहले परिवार की मदद लेकर या काउंसिलिंग करवाकर रिश्ते को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए?
या मेरी स्थिति देखते हुए मुझे सीधे कोर्ट जाकर कानूनी कदम उठाना चाहिए?

कृपया मुझे सही सलाह दें, क्योंकि मैं अब अकेले यह फैसला नहीं कर पा रही हूँ।